• महावीर नरसिंह बॉक्स ऑफिस हिट—'महावीर नरसिंह' ने बॉलीवुड में छठवाँ सबसे बड़ा हिट बनने का गौरव प्राप्त किया
  • मेजर आसिम मुनीर की परमाणु धमकी पर कड़ा पलटवार—दिल्ली में इसे ‘nuclear sabre-rattling’ कहते हुए इसे स्वीकार नहीं करने का ऐलान
  • रवि किशन की मांग - खाने के रेट और क्वालिटी पर कानून बने भाजपा सांसद रवि किशन ने केंद्र सरकार से ढाबों और होटलों में खाने की कीमत, मात्रा और गुणवत्ता तय करने के लिए कानून बनाने की मांग की.
  • महाराष्ट्र कैबिनेट में फेरबदल, माणिकराव कोकाटे से कृषि मंत्रालय छीना गया, अब दत्तात्रेय भरणे होंगे नए कृषि मंत्री। दोनों नेता अजित पवार गुट से हैं.
|

राखी से पहले बहन ने भाई को दी अंतिम विदाई

नाशिक में तेंदुए का आतंक, रक्षाबंधन के दिन बहन ने खोया अपना भाई

रक्षाबंधन से पहले हुए हादसे में आयुष की मौत ने भगत परिवार को तोड़ दिया। आंसुओं के बीच बहन श्रेया ने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसे अंतिम विदाई दी।

नाशिक में तेंदुए का आतंक रक्षाबंधन के दिन बहन ने खोया अपना भाई

रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्योहार के दिन, एक बहन को अपने तीन साल के मासूम भाई को खोना पड़ा। इस दुखद घटना ने न केवल एक परिवार को, बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। 

नाशिक के वडनेर दुमाला गांव में शुक्रवार रात एक दिल दहलाने वाली घटना घटी। तीन साल का मासूम आयुष भगत अपनी आठ साल की बड़ी बहन श्रेया के साथ घर के बाहर आंगन में खेल रहा था। रात करीब आठ बजे, जब श्रेया कुछ देर के लिए घर के अंदर गई, तभी एक तेंदुए ने आयुष पर हमला कर दिया और उसे खींचकर पास के खेत में ले गया।

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग, वन विभाग, और पुलिस हरकत में आ गए। वन विभाग ने थर्मल ड्रोन और पुलिस ने श्वान पथक की मदद से आयुष की तलाश शुरू की। सैकड़ों ग्रामीणों ने भी अंधेरे में खेतों की छानबीन की, लेकिन पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आयुष का शव मिला। इस दृश्य ने सभी को स्तब्ध कर दिया।

रक्षाबंधन के ठीक पहले इस हादसे ने भगत परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया। आयुष की आठ साल की बहन श्रेया, जो अपने छोटे भाई के साथ इस त्योहार को मनाने की तैयारी कर रही थी, उसे अपने भाई को खोने का गम सहना पड़ा। लेकिन, श्रेया ने अपने भाई को अंतिम विदाई देने से पहले एक ऐसा कदम उठाया, जिसने सभी की आंखें नम कर दीं। उसने भरे हुए दिल और आंसुओं के बीच अपने मृत भाई की कलाई पर राखी बांधी।

यह मार्मिक क्षण देखकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें भर आईं। इस घटना ने न केवल भगत परिवार, बल्कि पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि वडनेर दुमाला के आसपास तेंदुओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले भी एक महिला पर तेंदुए ने हमला करने की कोशिश की थी।

वन विभाग ने इस घटना के बाद तेंदुए को पकड़ने के लिए दो अतिरिक्त पिंजरे और तीन ट्रैप कैमरे लगाए हैं। वन परिक्षेत्र अधिकारी सुमित निर्मल ने बताया कि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और उसे पकड़ने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।

इस दुखद घटना ने एक बार फिर इंसान और वन्यजीवों के बीच बढ़ते टकराव की समस्या को उजागर किया है। हमारी प्रार्थना है कि ऐसी घटना दोबारा किसी के साथ न हो और आयुष की आत्मा को शांति मिले।

रिपोर्ट: धीरज गिरी

Related to this topic: