चंबा ब्लॉक के कोट वार्ड से भारी बहुमत से ज़िला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत चुकीं इशिता, दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और टिहरी में सामाजिक कार्यों के लिए संस्था भी चला रही हैं।
टिहरी: एक कहावत तो अपने जरूर सुनी होगी कि शतरंज और राजनीति में कभी भी बाज़ी पलट सकती है। जिसकी बानगी देखने को मिली टिहरी ज़िला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में जहां भाजपा ने अंतिम समय पर बड़ा दांव चलते हुए अपने पूर्व घोषित प्रत्याशी सोना सजवाण की जगह युवा नेत्री इशिता सजवाण को उम्मीदवार बना दिया। नतीजा— इशिता निर्विरोध अध्यक्ष बनकर राजनीति में धमाकेदार एंट्री कर गईं।
दरअसल, इशिता ने पहले निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया था, लेकिन ज़िला पंचायत में उनके मजबूत समर्थन को देखते हुए भाजपा ने रणनीति बदल दी। संख्या बल में इशिता का पलड़ा पहले ही भारी था— कांग्रेस समर्थित 14, भाजपा समर्थित 13 और निर्दलीय 18 सदस्य, जिनमें से अधिकांश उनके साथ थे। यही वजह रही कि सोना सजवाण ने नाम वापस ले लिया और भाजपा ने इशिता को अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया।
चंबा ब्लॉक के कोट वार्ड से भारी बहुमत से ज़िला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत चुकीं इशिता, दिल्ली विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और टिहरी में सामाजिक कार्यों के लिए संस्था भी चला रही हैं। राजनीति के पहले ही बड़े मुकाबले में उन्होंने न सिर्फ भाजपा का भरोसा जीता, बल्कि बिना मुकाबला जीतकर ज़िला पंचायत की कमान भी अपने हाथ में ले ली।
इस जीत के साथ भाजपा ने प्रदेश के पांच जिलों में ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिया। मंगलवार को पांच और ब्लॉक प्रमुख भी भाजपा के खाते में गए, जबकि सोमवार को 11 ब्लॉक प्रमुख पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं।
राजनीतिक गलियारों में इस बदलाव को भाजपा की रणनीतिक जीत और इशिता के करियर की धमाकेदार शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।
रिपोर्ट: रजनीश दीक्षित