रजनीश दीक्षित | रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा मार्ग के सोनप्रयाग में बुधवार को यात्रियों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई। यात्रियों के आगे बढ़ने की जिद और पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद हालात बेकाबू हो गए, जिसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, भारी संख्या में यात्री सीतापुर और सोनप्रयाग में केदारनाथ धाम जाने के लिए पहुंचे थे। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जिसके मद्देनजर रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी। पुलिस ने सोनप्रयाग में बैरिकेड लगाकर श्रद्धालुओं को आगे जाने से मना किया।
लेकिन, यात्रियों ने इस फैसले का विरोध करते हुए बैरिकेड तोड़ दिए और यात्रा जारी रखने की मांग पर अड़े रहे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
घटना स्थल पर मौजूद एक यात्री सुरेश शर्मा ने बताया, "हम यहां कई किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे हैं। हमें रास्ते में किसी ने रेड अलर्ट की जानकारी नहीं दी। अगर पहले से पता होता तो हम रुक जाते।" वहीं, एक अन्य महिला यात्री सीमा चौहान ने कहा, "लाठीचार्ज के दौरान कई लोग गिरकर घायल हो गए। हमें लगता है कि प्रशासन थोड़ा धैर्य से काम ले सकता था।"
मौके से मिली तस्वीरों और वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सैकड़ों यात्री सड़क पर खड़े होकर पुलिस से बहस कर रहे हैं, जबकि पुलिसकर्मी बैरिकेड लगाने और भीड़ को पीछे धकेलने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस का आरोप
इस घटना पर कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, "अगर रेड अलर्ट था, तो श्रद्धालुओं को ऋषिकेश में ही क्यों नहीं रोका गया? उन्हें पहले से सूचना क्यों नहीं दी गई? चार धाम देवभूमि की साख और सम्मान हैं, लेकिन सरकार ने इसे पूरे देश और विश्व में गिराने का काम किया है। पर्यटन मंत्री और मुख्यमंत्री कहीं नजर नहीं आ रहे, सभी पंचायत अध्यक्ष चुनाव में व्यस्त हैं।"
प्रशासन का पक्ष
रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी ने कहा कि मौसम विभाग से प्राप्त चेतावनी के आधार पर यात्रा को अस्थायी रूप से रोका गया है। "श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन और अचानक जलभराव का खतरा बना हुआ है। मौसम सुधरते ही यात्रा फिर से शुरू की जाएगी।"
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने अगले 48 घंटों तक रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। केंद्र के निदेशक ने यात्रियों से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और पर्वतीय मार्गों पर अनावश्यक यात्रा से बचें।
गौरतलब है कि इस समय प्रदेश के पहाड़ी जिलों में लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है।